बंगाल में सामने आए एडेनोवायरस के मामले; कोरोना जैसे हैं लक्षण, जानें बचाव के उपाय
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एडेनोवायरस एक वायरस है जो आमतौर पर सर्दियों में होने वाली सामान्य संक्रमण होती है। यह संक्रमण बाल-वृद्ध तक सभी उम्र के लोगों में हो सकता है।
एडेनोवायरस के कुछ प्रकार कॉमन कोल्ड, फ्लू, ज्यादातर थ्रोट इन्फेक्शन, ब्रोंशाइटिस, पेट के अल्सर, डायरिया और पेचिश होते हैं।
इस वायरस को फैलाने के कई तरीके होते हैं, जैसे संपर्क के माध्यम से या नाक से संक्रमण। एडेनोवायरस संक्रमण के लक्षण में बुखार, सूखी खांसी, साइनस दर्द, सूखी त्वचा, पेट दर्द और एक अलगाव हो सकता है। ये लक्षण आमतौर पर 7-10 दिनों में ठीक हो जाते हैं।
एडेनोवायरस संक्रमण से बचाव के लिए, हाथ धोने और मास्क पहनने जैसे हाइजीन के उपाय अपनाएं। आप अपनी सेहत को ठीक रखने के लिए अपनी आहार और व्यायाम का भी ध्यान रख सकते हैं।
एडेनोवायरस क्या है :-
एडेनोवायरस एक वायरस होता है जो लोगों और जानवरों में संक्रमण पैदा करता है। यह वायरस एडेनोविरिडेये फैमिली से होता है जिसमें एक छोटा डीएनए वायरस होता है जो संक्रमण पैदा करता है।
एडेनोवायरस आमतौर पर सर्दी जुकाम जैसी सामान्य संक्रमण के लक्षण दिखाता है, लेकिन इससे गंभीर संक्रमण भी हो सकते हैं। यह संक्रमण जंगली जानवरों से मानवों तक फैलता है। एडेनोवायरस से संक्रमण आमतौर पर संक्रमण के बाद भी अधिक दिनों तक बचाव के लिए आपके शरीर में रहता है और इसलिए यह संक्रमण बच्चों और बुढ़ापे के लोगों को ज्यादा प्रभावित करता है।एडेनोवायरस संक्रमण से बचाव के लिए, आपको साबुन और पानी से अक्सर हाथ धोना, फेस मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना और वैक्सीन लगवाना चाहिए।
एडेनोवायरस किस चीज से फैलता है :-
1 . एडेनोवायरस मुख्य रूप से संक्रमित व्यक्ति या जानवर के नाक और गले से छोटे धुएं (droplets) के माध्यम से फैलता है। इस वायरस के संक्रमण के लिए इन छोटे धुएं में वायरस शामिल होते हैं जो संक्रमित व्यक्ति द्वारा जबकि उनके श्वसन द्वारा छोड़े जाते हैं।
2 . इसके अलावा, एडेनोवायरस आमतौर पर संक्रमित व्यक्ति द्वारा छुए हुए सतहों (जैसे कि खिलौने, दस्ताने, और सामान) के माध्यम से भी फैलता है। यह वायरस जंगली जानवरों से भी मानवों तक फैलता है।
3 . एडेनोवायरस के संक्रमण के बचाव के लिए, साबुन और पानी से अक्सर हाथ धोना, फेस मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना और वैक्सीन लगवाना चाहिए।
एडेनोवायरस संक्रमण के लक्षण :-
एडेनोवायरस संक्रमण के लक्षण व्यक्ति के उम्र, संक्रमण के प्रकार और संक्रमण के गंभीरता के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। यह लक्षण विवरण निम्न हैं:
1 .सामान्य ठंड, बुखार, सूखी खांसी, गले में दर्द और जुखाम। 2 . थकान, दर्द, मांसपेशियों का दर्द और शरीर में दर्द। 3 . पेट दर्द, दस्त, उल्टी या मतली, खाने की इच्छा में कमी। 4 . आंखों में लालिमा, दोष दृष्टि, आंखों में जलन और खुजली। 5 . एक शारीरिक शून्यता की अनुभूति। 6 . रक्त उल्टा फेंकने का बाध्य होना या अस्थायी बंद नस के कारण निरोगी होना।
ज्यादातर मामलों में, एडेनोवायरस संक्रमण सामान्य जुखाम या फ्लू की तरह होता है और संक्रमित व्यक्ति को धीरे-धीरे ठीक हो जाना चाहिए। हालांकि, कुछ गंभीर मामलों में, इस संक्रमण से जुड़े लक्षण मामूली नहीं होते हैं और चिकित्सा उपचार की आवश्यकता होती है।
एडेनोवायरस से बचाव के उपाय :-
अगर आप अडेनोवायरस संक्रमण से बचना चाहते हैं, तो आप निम्नलिखित उपायों का पालन कर सकते हैं:
1 . हाथ धोएं: हमेशा अपने हाथों को साबुन और पानी से धोएं। यह आपको संक्रमण से बचाने में मदद करेगा।
2 . सामाजिक दूरी: अडेनोवायरस संक्रमण से बचने का सबसे सरल तरीका सामाजिक दूरी बनाए रखना है। लोगों से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें और जमावड़े या भीड़ वाले स्थानों से दूर रहें।
3 . मास्क लगाएं: मास्क अडेनोवायरस संक्रमण से बचाने में मदद कर सकता है। सामान्य मास्क या N95 मास्क या अन्य प्रभावी मास्क लगाना चाहिए।
4 . स्वस्थ खान-पान: अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए स्वस्थ खाने का लाभ उठाएं। इसमें प्रतिदिन फल, सब्जियां और पूरे अनाज शामिल होना चाहिए।
5 . अपनी इम्यूनिटी बढ़ाएं: अपनी इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए आप उचित खानपान का सेवन कर सकते हैं जैसे कि सब्जियां, फल, नट्स आदि। आप एक्सरसाइज करने और पूरे नींद लेने से भी अपनी इम्यूनिटी को बढ़ा सकते हैं।
6 . संक्रमित व्यक्ति से दूर रहें: एडेनोवायरस संक्रमण के लिए संक्रमित व्यक्ति के साथ संपर्क से बचें।
7 . संतुलित दिनचर्या: संतुलित दिनचर्या अडेनोवायरस संक्रमण से बचने में मदद कर सकती है। अच्छी नींद लें, ध्यान योग जैसी गतिविधियों का अभ्यास करें |
एडेनोवायरस संक्रमण सामान्यतः सामान्य तथा स्वयं साधारण तरीके से उपचार द्वारा ठीक हो जाता है। हालांकि, कुछ मामलों में इससे संबंधित गंभीर और जानलेवा समस्याएं भी हो सकती हैं।हालांकि, अधिकांश मामलों में, एडेनोवायरस संक्रमण स्वयं ही ठीक हो जाता है और उपचार के माध्यम से लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है।